मोहर (Mohar), एक सामाजिक‑ड्रामा शैली की नेपाली फिल्म है, जिसे लिखकर निर्देशित किया है ओम प्रतीक (Om Prateek) ने । फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में हैं पॉल शाह (Paul Shah), बेनिशा हमाल (Benisha Hamal), निति शाह (Niti Shah) और **अर्जुन जंग शाही (Arjun Jung Shahi)** । फिल्म का टीज़र और ट्रेलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (YouTube, TikTok, Instagram) पर जारी किया गया है और दर्शकों में उत्सुकता पैदा कर रहा है ।
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📅 रिलीज़ और पृष्ठभूमि
मोहर नेपाल के विक्रमी वर्ष २०८२ श्रावण २३ (Gregorian calendar: 8 अगस्त, 2025) को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है । इसकी रिलीज की तारीख सार्वजनिक रूप से घोषित हो चुकी है और फिल्म की रिलीज से पहले इसका पर्याप्त प्रमोशनल ट्रेलर भी जारी किया जा चुका है|
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✍️ कहानी और विषय-वस्तु
फिल्म एक ग्रामीण एवं पारंपरिक नेपालको पृष्ठभूमि में स्थापित है, और समाज की उन अव्यवस्थित, अनकही परंपराओं को उजागर करती है जो समाज में विशेषकर बाल विवाह, शिक्षा‑विरोध, और महिला‑अधिकारों पर असर डालती हैं ।
कहानी एक स्कूल‑लड़की के इर्द‑गिर्द घूमती है, जो गरीबी, भेदभाव और सामाजिक दबाव की वजह से कम उम्र में विवाहित हो जाती है। फिल्म इस घटना के इमोशनल और सामाजिक असर को गहराई से दिखाती है और सवाल उठाती है शिक्षा‑अधिकार, पारिवारिक ज़िम्मेदारी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर ।
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👤 कलाकार एवं उनके किरदार
मुख्य कलाकार:
पॉल शाह – फिल्म में ‘शिवल’ नामक पात्र निभा रहे हैं, जिनकी भूमिका कहानी के भावनात्मक केंद्र में है ।
बेनिशा हमाल – ‘यशोदा’ के रूप में, एक संवेदनशील और जिम्मेदार युवती, जो फिल्म की नायिका हैं ।
निति शाह – ‘सिंदुरी’ के किरदार में, जो समाज‑संसीद परेशानियों का सामना करती है ।
अर्जुन जंग शाही – ‘सरकार चंद’ की भूमिका में, फिल्म के बीच‑उपस्थित सामाजिक ताकतों का प्रतिनिधित्व करते हैं ।
अन्य सहायक भूमिकाएँ:
मिथिला शर्मा (Shival की माँ), रबिन्द्र झा, लक्ष्मी गिरि, मिस पाबी, सुशील देवकोटा, लल्मीनाथ तिमिल्सिना, सिदार्थ सिंह, माधव दत्त पंडित, गीता थापा, नबिन खातिवडा आदि ने महत्वपूर्ण सहायक भूमिकाएँ निभाईं हैं ।
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🎭 विषय की गहराई और सामाजिक पहलू
सामाजिक समस्याओं की प्रस्तुति
फिल्म में बाल विवाह, गरीबी और शिक्षा की कमी जैसी चुनौतियों को संवेदनशील रूप से पेश किया गया है। नायिका के संघर्ष के पीछे छिपी समाज‑नीतियों और रवैये को दर्शाकर यह प्रश्न खड़े करता है कि कैसे परंपरागत सोच भविष्य को बाधित करती है।
लैंगिक अधिकार व सबाल
‘यशोदा’ और ‘सिंदुरी’ के किरदार यह दिखाते हैं कि किस तरह लड़कियों को सीमित भूमिका में रखा जाता है, और कैसे वे अपने अधिकारों के लिए खड़ी होती हैं।
गाँव से शहर का संघर्ष
ग्रामीण परिवेश को बड़े पर्दे पर आत्म‑विश्वास से उतारना आसान नहीं है, पर निर्देशक ने ग्रामीण परिवेश, भाषा, रीति‑रिवाज़ को सजीव तरीके से दर्शाया है।
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🎞️ निर्मिती और तकनीकी आयाम
निर्देशन
ओम प्रतीक का निर्देशन फिल्म की दिलचस्प नींव है। उनके दृष्टिकोण में कहानी का सामाजिक मूल्य और चरित्रों की आंतरिक भावना स्पष्ट रहती है ।
कैमरा और छायांकन
ग्रामीण पहाड़ी इलाके, घर‑द्वार और स्थानीय रंग‑तूलिका को खींचने में छायांकन ने अलग पहचान बनाई है, जिससे विजुअल्स दृश्यमान रूप से प्रभावी लगते हैं।
संगीत और गीतांकन
फिल्म का टीज़र और प्रमुख गीत (जैसे "चाहिदैन ना मोहर पर्दैन सुकी") YouTube और सोशल मीडिया पर ज़ोर पकड़ रहे हैं, दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए यह संगीत सफल है ।
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📊 आलोचना व प्रतिक्रिया (Trailer & Early Reviews)
हालांकि अभी तक फिल्म की पूर्ण समीक्षा नहीं आई है क्योंकि यह रिलीज़ से पूर्व है, लेकिन ट्रेलर की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है।
कुछ समीक्षकों ने ट्रेलर की कहानी और अभिनय क्षमता की तारीफ की है, जबकि कुछ ने इसे कमजोर पटकथा और अपेक्षाकृत धीमी गति के रूप में दिखाया है । एक स्रोत ने लिखा:
> “This film gives the sensation that you have everything special … but in place of salt, you add sugar” — यह दर्शाता है कि कहानी में अपेक्षा की मिठास कम और औसत बनावट अधिक है ।
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🧭 निष्कर्ष: उम्मीदें और संभावनाएँ
1. प्रभावशाली संदेश: मार्मिक विषय और सामाजिक संरचनाओं को चुनौती देने वाली कहानी से उम्मीद है कि फिल्म स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को प्रभावित करेगी।
2. प्रदर्शन एवं प्रचार: पॉल शाह, बेनिशा हमाल जैसी लोकप्रीय अभिनेत्रियों की मौजूदगी प्रचार में सहायक होगी।
3. सीमाएँ: कमजोर पटकथा या धीमी गति ट्रेलर से महसूस हुई असंगतियाँ मुख्य देरी और कमी बन सकती हैं।
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✍️ अंत में
“मोहर” एक ऐसी फिल्म है जिसने समाज की अनकही पीड़ा, परंपराओं की बेड़ियाँ और व्यक्तिगत आज़ादी की चाह को बड़े पर्दे पर पेश करने का प्रयास किया है। निर्देशक ओम प्रतीक द्वारा यह रचना उन कहानियों का प्रतिनिधित्व करती है, जिन्हें दर्शकों तक पंहुचना ज़रूरी है। पॉल शाह और बेनिशा हमाल जैसे कलाकारों की सशक्त उपस्थिति इसे और भी प्रभावशाली बनाती है।
यदि आपके पास फिल्म से जुड़ी कुछ और जानकारी जैसे कि स्क्रीनिंग समय, गीतों की सूची, या इंटरव्यू आदि हैं, तो मैं उन्हें भी ब्लॉग में जोड़ सकता हूँ।
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